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Lata Mangeshkar born Hema Mangeshkar; 28 September 1929 – 6 February
         2022) was an Indian singer and music composer. She is widely considered one
         of the greatest and most influential singers in India. Her contribution to Indian
         music industry in a career spanning seven decades gained her honorific titles
         such as the Nightingale of India and Queen of Melody. Lata had recorded
         songs in over thirty-six Indian languages and a few foreign languages, though
         primarily in Hindi and Marathi. She received several accolades and honours
         throughout her career. In 1987 The Dadasaheb Phalke Award
         was bestowed on her by the
         Government of India. In 2001,
         in recognition of her
         contributions to the nation,
         she was awarded the Bharat
         Ratna, India's highest civilian
         honoour and is only the
         second female singer, after
         M. S. Subbulakshmi, to
         receive this honour. France
         conferred on her its highest
         civilian award, Officer of the
         National Order of the Legion
         of Honour, in 2007

                                                                     ु
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                                                                                                ै
        लता मगशकर इस िदनया में नहीां रहीां। उनक दनधन की खबर सनकर आज हर आख नम ह। िश
                            ु
                                                                                                   े
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        की बलबल अब और नहीां गा सकगी लदकन उनकी आवाज और गान अमर ह। वह हमशा लोगोां क े
                                                                                            ु
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        दिलोां में रहगी। लता मगशकर क े गान कानोां से दिल की गहराइयोां में उतरत ह। उनक कछ गीत तो
                                                        ां
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        ऐस हैं दजन्ह सनकर बडी से बडी हश्कस्तया अपन आस नहीां रोक पाईां। ऐसा ही एक गाना है ऐ मर      े
                                                          ू
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        वतन क े लोगोां...जरा आख में भर लो पानी। इस गान को सनकर उस वक्त िश क े प्रधानमत्री रह       े
                                                         े
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        जवाहर लाल नहऱू भी रो पड थे |
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         गाना सनकर रो पड थे नहऱू
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        लता ने बताया था दक जब कायक्रम खत्म हआ, नहऱू उनस बात करना चाहत थे। लता बताती हैं,
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        पहल तो मैं नवस हो गई थी, मझ लगा दक कोई गलती हो गई ह। लदकन जब मैं पांदडतजी से दमली,
                                              े
                                                                  े
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        मझ उनकी आखोां में आस दिख...उन्होांन कहा, लता तन मझ रुला दिया।
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        सर सम्राज्ञी लता मगशकर का गाया एक-एक गाना लोगोां की ऱूह छन वाला ह। दसफ भारत ही नहीां
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                                                                        ू
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        बश्कल्क परी िदनया में उनक गान पसि दकए जात ह। लता ने हजारोां गान गाए हैं, इनम से ऐ मर वतन
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        क े लोगो बहि खास ह। लता ने 27 जनवरी 1963 में यह गाना दिल्ली क े रामलीला मिान में गाया
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        था। उस वक्त प्रधानमत्री जवाहर लाल नहऱू िश क े प्रधानमत्री थ। यह गाना उन सदनकोां की याि में
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        दलखा गया था जो दक 1962 क े भारत-चीन यद्ध में शहीि हो गए थ।
                                                                       े
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        सरज एजकशन ग्रप अपन सभी स्टाफ मनजमट, छात्रोां की तरफ से लता िीिी को दवनम्र श्रद्धाजदल
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        ित है ।                                                                                   40
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